बेटियों ने दिखाई पंच की ताकत

'अपनी सुरक्षा-अपने हाथ' के तहत वसुंधरा स्थित लाल बहादुर शास्त्री स्कूल में सेल्फ डिफेंस कैंप लगाया गया। कैंप में छात्राओं को पंच मारना सिखाया गया। कराटे ट्रेनर तुषार ठाकुर और आशीष चौधरी ने छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के कई टिप्स बताए और बच्चों को प्रैक्टिस भी कराई।
सेल्फ डिफेंस कैंप में पहले सभी छात्राओं को कराटे के मुताबिक शरीर को तीन अलग-अलग पार्ट अपर, मिडिल और लोअर पार्ट के बारे में बताया गया। इसके बाद पंच कैसे बनाया जाता है और किस तरह से दूसरों पर वार किया जाता है, इसकी ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद सिंगल और डबल पंच क्या है इसकी जानकारी दी गई। कराटे ट्रेनर तुषार ने छात्राओं को बताया कि किस तरह आप किसी के फेस पर पंच कर उसे घायल कर सकते हो। इसके बाद तुषार और आशीष ने छात्राओं को बताया कि किस तरह आप किसी की उंगलियों से उस पर अपना कंट्रोल कर सकते हो। उंगली को किस तरह मोड़ना और दबाना है छात्राओं को बताया गया।
हम लोगों ने पहली बार पंच मारना सीखा है। पंच कैसे बनाया जाता है और सामने वाले को कहां प्रहार करना है, बेहद महत्वपूर्ण बातें हमने सीखी हैं। - नेहा
पंच मारना और दूसरों को उसकी उंगलियों से कंट्रोल करना यह सारी बातें आज ही सीखी हैं। हमने कराटे का नाम सुना था आज मालूम हुआ कि कराटे के क्या नियम व गुण हैं। - शबनम
हमें कैंप में बहुत कुछ सीखने को मिला। आज ही मालूम हुआ कि हमारा हेयरबैंड और चश्मा भी हमारा हथियार बन सकता है। - तनु