डबर मर्डर के तीनों आरोपी फरार, पुलिस मार रही छापा

वैशाली सेक्टर-तीन स्थित एंब्रोसिया पैलेस में शनिवार आधी रात को गोलियां बरसाकर दो युवकों की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज लगी है। इसमें दिखा रहा है कि एक कार में पांच युवक मेहंदी रस्म में भाग लेने आए। पार्टी में एक ही टेबल पर बैठकर साथ शराब पी व खाना खाया। इसके बाद बैंक्वेट हॉल के बाहर विवाद होने पर दो युवकों की हत्या कर दी गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो असलहा से करीब 13 गोलियां चलाई गईं। दोनों मृतक ममेरे-फुफेरे भाई थे। परिजनों की तहरीर पर इंदिरापुरम पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
गौतमबुद्धनगर के गांव खेड़ा धर्मपुरा बादलपुर निवासी विक्रम के पिता छतर सिंह ने बताया कि शनिवार शाम करीब सात बजे उनका बेटा विक्रम सिंह (36) अपने ममेरे भाई आनंद (36) निवासी ग्राम धडौती गुर्जर बस्ती, दिल्ली के साथ अपनी इनोवा से वैशाली सेक्टर-तीन स्थित एंब्रोसिया पैलेस में अजय यादव की मेंहदी की रस्म में शामिल होने आए थे। मनोज यादव उर्फ फौजी निवासी निठारी थाना मुरादनगर, धीरज निवासी पटेल नगर गाजियाबाद और सुनील यादव निवासी पंचशील कॉलोनी गौतमबुद्ध नगर भी विक्रम के साथ इनोवा में आए थे। पार्टी में से घर ले जाने के लिए आनंद ने अपने बड़े भाई प्रदीप को बुलाया था।
तीन लोग विक्रम व मनोज पर दाग रहे थे गोलियां
प्रदीप रात करीब 11 बजे दो लोगों के साथ आनंद को लेने एंब्रोसिया पैलेस पहुंचे। इस दौरान मनोज यादव उर्फ फौजी, सुनील यादव व धीरज विक्रम और आनंद पर गोलियां दाग रहे थे। प्रदीप सिंह व उनके साथ आए दो लोगों ने तीनों आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे फरार हो गए। छतर सिंह के मुताबिक आरोपियों ने पुरानी रंजिश में हत्या की है। उनकी शिकायत पर तीनों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया। परिजनों के मुताबिक आनंद दिल्ली में केबल और विक्रम नोएडा में फर्नीचर का व्यापार करता था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए।
विक्रम पर गोली चला रहा था धीरज
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में धीरज विक्रम पर गोलियां बरसाता कैद हुआ है। वहीं, आनंद को किसने गोलियां मारीं यह अभी पता नहीं लग सका है। इसके अलावा दोहरे हत्याकांड को क्यों अंजाम दिया गया, यह वजह भी अभी पुलिस के सामने नहीं आ सकी है। हालांकि, पुलिस संबंधित लोगों से जानकारी जुटा रही है।
विक्रम को पिस्टल निकालने का मौका भी नहीं मिला
परिजनों के मुताबिक विक्रम पर लाइसेंसी पिस्टल थी। गोलीबारी शुरू होने पर उसे इतना भी मौका नहीं मिल सका कि वह अपनी पिस्टल निकाल सके। विक्रम व आनंद की हत्या कर आरोपी पैदल ही फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को एमएमजी अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि इसमें आठ गोलियां आनंद को और चार से पांच गोलियां विक्रम को लगी हैं।
फायरिंग होते ही मौके से भागे गार्ड और वेटर
पुलिस सूत्रों का दावा है कि जिस दौरान बाहर विवाद हुआ इस दौरान कुछ वेटर और सुरक्षा गार्ड बाहर ही खड़े थे। जैसे ही विवाद के दौरान फायरिंग हुई, सभी मौके से भाग खड़े हुए। किसी ने भी वहां हिम्मत जुटाकर रोकने का प्रयास नहीं किया। पुलिस गार्ड और वेटरों से भी पूछताछ कर रही है।
हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को टीमें गठित, कई हिरासत में
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। टीमें सभी संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं। एसएसपी का कहना है कि प्रथमदृष्ट्या अधिक शराब पीने के बाद हुए विवाद में हत्या की बात सामने आ रही है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। साथ ही कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा कर दिया जाएगा।
मां ने मांगी बेटे के गुनाह की माफी, पिता को है कैंसर
गाजियाबाद। वैशाली में हुए डबल मर्डर में आरोपी बनाए गए धीरज मित्रा के घर पर रविवार को ताला लटक गया। घटना के बाद पुलिस ने शनिवार रात घर पर दबिश दी तो बूढ़े मां-बाप व दो बच्चे मिले। पुलिस के मुताबिक, धीरज के 65 वर्षीय पिता प्रह्लाद सिंह कैंसर से पीड़ित हैं, जबकि मां भी बीमार रहती है। पिता कुछ बोल पाने में भी अक्षम हैं। पुलिस ने घर जाकर पूछताछ की तो मां घबरा गई। कहा कि बेटे से कोई गलती हो गई हो तो मैं माफी मांगती हूं। इसकेबाद पुलिस धीरज के बड़े बेटे को लेकर घर से चली गई। शनिवार सुबह धीरज के पिता की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद रिश्तेदार उन्हें अस्पताल ले गए। तब से घर पर ताला लटका हुआ है।
धीरज के किए की सजा भुगतेगा पूरा परिवार
पड़ोसियों के मुताबिक, धीरज का मोहनगर क्षेत्र में चूना बनाने का कारखाना है। उसका पत्नी से संबंध विच्छेद चल रहा है। बूढे मां-बाप व 9वीं व 10वीं में पढ़ने वाले दोनों बच्चों का इकलौता सहारा धीरज ही है। उसकी करनी की सजा मां-बाप व बच्चों को भुगतनी पड़ेगी।
डेढ़ साल पहले छोड़ी सेना की नौकरी, हत्याकांड में रहा है शामिल
गाजियाबाद। वैशाली डबल मर्डर का दूसरा आरोपी मनोज यादव उर्फ फौजी गोल्फ लिंक आशियाना टावर इंदिरापुरम निवासी है। वह मूलरूप से मुरादनगर थाना क्षेत्र से सुठारी का रहना वाला है। सूत्रों के मुताबिक, मनोज यादव आर्मी में तैनात था। करीब डेढ़ साल पहले उसने नौकरी छोड़ दी थी। बताया जा रहा है कि कविनगर थानाक्षेत्र में हुए हत्याकांड में भी उसका नाम आया था।
सुंदर भाटी गैंग का करीबी
मनोज यादव उर्फ फौजी के परिवार में पत्नी व दो बच्चों के अलावा छोटा भाई है। सूत्रों के मुताबिक, मनोज सुंदर भाटी गैंग का करीबी है। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि मनोज पूर्व में सेना में तैनात था। वह एक हत्या में शामिल रहा है।